Sunday, April 6, 2025

मां की ममता

मां की ममता

कहते हैं पुरुषों के हिस्सें,

कई माएँ आती हैं।


माँ तो होतीं हीं हैं,

बहनें भी माँ बन जाया करतीं हैं।

विवाह के बाद,

पत्नी भी माँ सा दुलार रखती हैं।

बड़ी होतीं बेटियाँ भी अक्सर, 

पिता से माँ का स्नेह जताती हैं।


लेकिन  स्त्रियों के हिस्सें,

बस एक बार हीं माँ आती हैं।

उसका भी एक समय सीमा होता है,

मायके के दहलीज लांघते हीं,

ये माँ भी अक्सर पीछे छुट जातीं हैं।


उसके बाद उस स्त्री से जीवनभर,

कोई माँ सा लाड़ नहीं जताता।

इस तरह माँ के प्यार से, 

वंचित रहती हैं स्त्रियाँ ताउम्र..

Saturday, April 5, 2025

दो सहेलियो ने की शादी

 

दो सहेलियो ने की शादी

उत्तर प्रदेश के कन्नौज में दो सहेलियां एक-दूसरे को

दिल बैठीं. फिर इस कदर प्रेम परवान चढ़ा कि उन्होंने

आपस में शादी करने का फैसला कर लिया. ऐसे में

एक सहेली ने करीब 7 लाख रुपये खर्च कर अपना

जेंडर चेंज करवा लिया. वह लड़की से लड़का बन गई

और फिर ब्यूटी पार्लर संचालिका सहेली से शादी के

बंधन में बंध गई. इलाके में ये शादी चर्चा का विषय

बनी हुई है. सोशल मीडिया पर कपल की तस्वीरें

वायरल हो रही हैं.


प्राप्त जानकारी के अनुसार, कन्नौज जिले के

सरायमीरा निवासी एक सर्राफा कारोबारी की बेटी ने

अपनी सहेली से 25 नवंबर को शादी रचा ली. शादी

रचाने के लिए कारोबारी की बेटी ने जेंडर चेंज

करवाया, जिसमें उसने करीब 7 लाख रुपये खर्च

किए. इसके बाद उसने अपना नाम भी बदल लिया

वह पूरी तरह से लड़का बन गई


बताया जा रहा है कि सर्राफा कारोबारी की बेटी और

ब्यूटी पार्लर संचालिका की मुलाकात 2020 में

ज्वैलरी शॉप पर हुई थी. उस वक्त ब्यूटी पार्लर

संचालिका वहां ज्वैलरी खरीदने पहुंची थी. तभी दोनों

में जान-पहचान हो गई. फिर उनके बीच मुलाकात का

सिलसिला शुरू हुआ. धीरे-धीरे उन्हें प्यार हो गया

उनकी जिद के आगे परिवार वाले भी कुछ ना कर

सके और दोनों को साथ रहने की इजाजत देदी


कन्नौज में दो सहेलियों ने शादी की है. इस शादी में एक सहेली ने अपना जेंडर चेंज कराकर लड़का बन गई. दोनों परिवारों की रज़ामंदी से हुई इस शादी की चर्चा जोरों पर है. 


ये रही इस शादी से जुड़ी कुछ खास बातें:

यह शादी कन्नौज के सरायमीरा स्थित देविन टोला मोहल्ले में हुई थी. 

दोनों सहेलियों के बीच प्रेम इतना परवान चढ़ा कि उन्होंने आपस में शादी करने का फ़ैसला किया. 

एक सहेली ने करीब 7 लाख रुपये खर्च कर अपना जेंडर चेंज करा लिया. 

शादी के बाद दोनों ही परिवार खुश हैं. 

विधि-विधान के साथ मांगलिक कार्यक्रम पूरे हुए. 

एक सहेली ने शूट-बूट और सेहरा बांधकर दूल्हा का किरदार निभाया. 

दूसरी सहेली लहंगा पहनकर दुल्हन बनी. 

दोनों ने विवाह की सभी रश्में निभाईं

माँ का घर

                          माँ का घर


बरसो बीत गय उस घर से विदा हुए, 

नई दुनियां बसाए हुए, पर ना जाने किया बात है? 

शाम ढलते ही मन उस घर पहुंच जाता है ,माँ की आवाज सुनने को मन आज भी तरस्ता है ,

महेक माँ के खाने की ,आज भी दिल भरमाती है ,शाम होते ही याद आता है,

घर मे हसी वा शोर का होना पापा का काम से, लोट कर आते ही, चाये का पियाला पीना, दिन भर का हाल सुनना, 

वो दिन बीत गए अब तुम सपने मे जी लिया करो, उन पलो को, जो लोट कर फिर कभी ना आएगे, 

आज भी माँ से किए वादे को निभाती हु, 

सबको खुश रखने की अथक कोशिश मे, 

अपने आसु पी जाती हू, कोइ केह दे मेरे रब से, या तो शाम ना ढला करे 

या मा की असहनिय याद ना अया करे, बहूत खुश हैं हम, अपनी इस दुनिया में बिन मानगे सब 

पाया है