सुप्रभात दोस्तों !
मै आप के लिये एक नई कहानी लाई हूं, जिसका नाम है !
ज़िलें मै एक मोची रहता था ! जो की बहोत गरीब था, उसके परिवार मै
उसके दो बच्चे और उसकी पत्नी नैना रेहती थी, मोची के पास काम की बहोत
कमी थी, मोची रोज नये नये सुन्दर सुन्दर जूते बनाता और उन्हें काफ़ी अच्छे से
अपनी दुकान मै लगाता !
लेकिन कोई उसके जूते नहीं खरीदता, जिले मै रहने वाले
सब लोगो को उसके जूते पसंद आते, लेकिन जो भी उसकी दुकान पर आता,
वह जूतों को देख कर उनकी तारीफ ज़रूर करता, लेकिन खरीदना पसंद नहीं करता !
एक बार जिले मै विदेश से, एक आदमी आया उसके पास काफ़ी,
धन दौलत थी और वह ज़िलें की एक मोची, की दुकान पर गया,
उसने वहाँ बहोत सुन्दर सुन्दर जूते देखे, और वह जूते देख कर बहोत,
प्रसन्न हुवा, इतने सुन्दर जूते व्यापारी को बहोत पसंद आये, और वह मोची को
1 लाख जूते बनाने का ऑडर दिया और साथ मै 3 महीने का समय भी दिया!
मोची जूतों का ऑडर लेकर बहोत खुश हुवा, जब मोची दुकान से अपने घर गया तो,
उसने अपनी पत्नी नैना को बताया, आज उसकी दुकान पर विदेश से बड़ा आदमी आया !
और उसको मेरे हाथ के बने जूते बहोत, पसंद आये और उसने मुझे पुरे 1 लाख जूते बनाने
का ऑडर दिया, ये सुनकर मोची की पत्नी नैना बहोत खुश होती है !
और मोची का पूरा परिवार जूते बनाने मै लग जाता है, ऐसे ही धीरे धीरे पूरा एक महीना बीत जाता है !
और मोची के कुछ जूते बन कर, तैयार हो जाते है, फिर मोची वह तैयार किये हुवे जूतों !
को उसके विदेशी आदमी को दिखाता है, विदेशी आदमी जूते देखकर बहोत, खुश होता है !
और मोची को कुछ पैसे दे देता है, जिससे मोची के घर का खर्चा आराम से चल पाता है !
ये भी पढ़े => टिक टोक वाली बहु
ऐसे ही कुछ दिन और बीतते गए, विदेशी आदमी को विदेश जल्दी जाना होता है, !
तो वह मोची को जूते जल्दी बनाने को केहता है ! और जब वह ये बात अपनी पत्नी नैना को,
बताता है ! तो नैना ये बात सुनकर सोचने लगती, की इतने कम समय मै,
इतने सारे जूते कैसे बनेगे, तभी मोची ने नैना से बोला,
हम दिन रात एक कर देंगे जूते बनाने मै, तभी मोची का छोटा,
बेटा अपने आँगन मै खेलने चला जाता है, और वह वहाँ थोड़ी,
गीली मिट्टी मै अपने हाथ की, सबसे छोटी वाली ऊँगली से गड्डा,
खोद देता है, तभी उसकी माँ नैना, वहाँ आ जाती है !
और अपने बेटे को वहाँ से लेकर चली जाती है,
फिर एक दिन रात के समय मोची के घर, मै बोने आ जाते है !
और जूते बनाने मै उनकी मदद करते है, जब सुबह होती है, तो
मोची देखता है,जूते बनाने के लिये चमड़े का कटिंग कर जाते है !
फिर भी मोची को कुछ समझ नहीं आता, और वह जूते बनाने लगता है !
ऐसे ही 4 पांच दिन बीतते गए, और एक दिन वह सोचने लगते है,
हमारे घर मै कोई भूत तो नहीं आ गया, जो हमारी इतनी मदद कर रहा है !
फिर वह अगले दिन रात को, जब सो जाते है तो बोने मोची के घर आते है !
और जूते बनाने लगते है, रात मै जब मोची की पत्नी नैना की नींद खुलती है !
तो वह देखती है, की छोटे छोटे बोने उनके आँगन मै बैठ कर, जूते बना रहे होते है !
तो नैना मोची को नींद से उठा कर, बताती है की हमारे सारे जूते बोने बनाकर जाते है !
मोची यह देख कर बहोत खुश होता है, और उसका जूतों का ऑडर भी पूरा हो जाता है !
वह विदेशी आदमी को सारे जूते बनाकर दे देता है, और अगले दिन जब रात के समय बोने
मोची के घर आते है, तो उनको जूते बनाने का कोई सामान नहीं मिलता !
मोची और उसका परिवार मिलकर, बोनो का धन्यवाद करता है !!
और उनको उनकी दुनिया मै जाने को केहता है !
शिक्षा : हमें कभी भी किसी को अपने से छोटा नहीं समझना चाहिये !!
मै आप के लिये एक नई कहानी लाई हूं, जिसका नाम है !
मोची और बोने
ज़िलें मै एक मोची रहता था ! जो की बहोत गरीब था, उसके परिवार मै
उसके दो बच्चे और उसकी पत्नी नैना रेहती थी, मोची के पास काम की बहोत
कमी थी, मोची रोज नये नये सुन्दर सुन्दर जूते बनाता और उन्हें काफ़ी अच्छे से
अपनी दुकान मै लगाता !
लेकिन कोई उसके जूते नहीं खरीदता, जिले मै रहने वाले
सब लोगो को उसके जूते पसंद आते, लेकिन जो भी उसकी दुकान पर आता,
वह जूतों को देख कर उनकी तारीफ ज़रूर करता, लेकिन खरीदना पसंद नहीं करता !
एक बार जिले मै विदेश से, एक आदमी आया उसके पास काफ़ी,
धन दौलत थी और वह ज़िलें की एक मोची, की दुकान पर गया,
उसने वहाँ बहोत सुन्दर सुन्दर जूते देखे, और वह जूते देख कर बहोत,
प्रसन्न हुवा, इतने सुन्दर जूते व्यापारी को बहोत पसंद आये, और वह मोची को
1 लाख जूते बनाने का ऑडर दिया और साथ मै 3 महीने का समय भी दिया!
मोची जूतों का ऑडर लेकर बहोत खुश हुवा, जब मोची दुकान से अपने घर गया तो,
उसने अपनी पत्नी नैना को बताया, आज उसकी दुकान पर विदेश से बड़ा आदमी आया !
और उसको मेरे हाथ के बने जूते बहोत, पसंद आये और उसने मुझे पुरे 1 लाख जूते बनाने
का ऑडर दिया, ये सुनकर मोची की पत्नी नैना बहोत खुश होती है !
और मोची का पूरा परिवार जूते बनाने मै लग जाता है, ऐसे ही धीरे धीरे पूरा एक महीना बीत जाता है !
और मोची के कुछ जूते बन कर, तैयार हो जाते है, फिर मोची वह तैयार किये हुवे जूतों !
को उसके विदेशी आदमी को दिखाता है, विदेशी आदमी जूते देखकर बहोत, खुश होता है !
और मोची को कुछ पैसे दे देता है, जिससे मोची के घर का खर्चा आराम से चल पाता है !
ये भी पढ़े => टिक टोक वाली बहु
ऐसे ही कुछ दिन और बीतते गए, विदेशी आदमी को विदेश जल्दी जाना होता है, !
तो वह मोची को जूते जल्दी बनाने को केहता है ! और जब वह ये बात अपनी पत्नी नैना को,
बताता है ! तो नैना ये बात सुनकर सोचने लगती, की इतने कम समय मै,
इतने सारे जूते कैसे बनेगे, तभी मोची ने नैना से बोला,
हम दिन रात एक कर देंगे जूते बनाने मै, तभी मोची का छोटा,
बेटा अपने आँगन मै खेलने चला जाता है, और वह वहाँ थोड़ी,
गीली मिट्टी मै अपने हाथ की, सबसे छोटी वाली ऊँगली से गड्डा,
खोद देता है, तभी उसकी माँ नैना, वहाँ आ जाती है !
और अपने बेटे को वहाँ से लेकर चली जाती है,
फिर एक दिन रात के समय मोची के घर, मै बोने आ जाते है !
और जूते बनाने मै उनकी मदद करते है, जब सुबह होती है, तो
मोची देखता है,जूते बनाने के लिये चमड़े का कटिंग कर जाते है !
फिर भी मोची को कुछ समझ नहीं आता, और वह जूते बनाने लगता है !
ऐसे ही 4 पांच दिन बीतते गए, और एक दिन वह सोचने लगते है,
हमारे घर मै कोई भूत तो नहीं आ गया, जो हमारी इतनी मदद कर रहा है !
फिर वह अगले दिन रात को, जब सो जाते है तो बोने मोची के घर आते है !
और जूते बनाने लगते है, रात मै जब मोची की पत्नी नैना की नींद खुलती है !
तो वह देखती है, की छोटे छोटे बोने उनके आँगन मै बैठ कर, जूते बना रहे होते है !
तो नैना मोची को नींद से उठा कर, बताती है की हमारे सारे जूते बोने बनाकर जाते है !
मोची यह देख कर बहोत खुश होता है, और उसका जूतों का ऑडर भी पूरा हो जाता है !
वह विदेशी आदमी को सारे जूते बनाकर दे देता है, और अगले दिन जब रात के समय बोने
मोची के घर आते है, तो उनको जूते बनाने का कोई सामान नहीं मिलता !
मोची और उसका परिवार मिलकर, बोनो का धन्यवाद करता है !!
और उनको उनकी दुनिया मै जाने को केहता है !
शिक्षा : हमें कभी भी किसी को अपने से छोटा नहीं समझना चाहिये !!
Excellent..
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